ह्रास (Depreciation) की प्रमुख विशषताएँ निम्नलिखित है :-
- ह्रास की व्यवस्था स्थायी सम्पत्तियों के लिए की।
- ह्रास का आशय किसी स्थायी संपत्ति के पुस्तकीय मूल्य में कमी से होता है।
- ह्रास के रूप में संपत्ति के मूल्य में निरंतर कमी होती रहती है।
- संपत्ति के मूल्य में कमी धीरे-धीरे नियमित व् स्थायी रूप से होती है।
- ह्रास अनेक कारणों से हो सकता है, जैसे-घिसावट और क्षय, समय का व्यतीत होना, संपत्ति का अप्रचलन दुर्घटना आदि।
- ह्रास एक आगम हानि है जिसे लाभ-हानि खाते में प्रभावित किया जाता है।
- ह्रास सम्पत्तियों की लागत के वितरण की प्रक्रिया है, मूल्याङ्कन की नहीं।
- ह्रास गैर-नकद संचालन व्यय है।