वास्तविक खातों के लिए रोजनामचा में लेखा करने के नियम इस प्रकार हैं (Rules Of Journilising For Real Account)
प्राप्त होने वाली वास्तु / संपत्ति के खाते को डेबिट किया जाता है (Debit What Comes In)
दी जाने वाली वास्तु / संपत्ति के खाते को क्रेडिट किया जाता है (Credit What Goes Out)
उदाहरण के लिए :-
जब सौदे का एक रूप वास्तविक तथा दूसरा रूप व्यक्तिगत खाता हो तो
विशाल से मोबाइल खरीदा। इस लेन-देन में मोबाइल को डेबिट किया जायेगा क्योंकि मोबाइल हमारे पास आता है।
विशाल के खाते को जमा करेंगे।
जब सौदे के दोनों पक्ष वास्तविक खाता हों
नकद माल खरीदा। इस लेन-देन के दो पक्ष हैं- नकद यानी रोकड़ माल।
माल आने वाली वास्तु है इसलिए माल को डेबिट किया जायेगा। रोकड़ जाने वाली वास्तु है इसलिए रोकड़ को क्रेडिट करेंगे।
जब सौदे का एक पक्ष वास्तविक तथा दूसरा पक्ष अवास्तविक हो
वेतन का भुगतान किया गया। वेतन अवास्तविक खाता है और रोकड़ वास्तविक खाता है। रोकड़ जाने वाली वस्तु है, इसलिए इसे क्रेडिट करेंगे और वेतन खर्च है इसलिए इसे क्रेडिट करेंगे।
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