लेखांकन के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य हैं -
- लेखांकन का प्रथम उद्देश्य सभी व्यावसायिक लेन-देनों का पूर्ण एवं व्यवस्थित रूप से लेखा करना है। सुव्यवस्थित ढंग से लेखा करने से भूल की संभावना नहीं रहती और परिणाम सुद्ध प्राप्त होता है।
- लेखांकन का दूसरा उद्देश्य एक निश्चित अवधि का लाभ-हानि ज्ञात होता है।
- लेखांकन का एक उद्देश्य संस्था की वित्तीय स्तिथि के संबंध में जानकारी प्राप्त करना है।
- लेखांकन का एक कार्य वित्तीय वाली सूचनाएं प्रदान करना है जिससे प्रबंधकों को निर्णय लेने में सुविधा हो, साथ ही सही निर्णय लिए जा सकें। इसके लिए वैकल्पिक उपाय भी लेखांकन उपलब्ध कराता है।
- व्यवसाय में कई पक्षों के हिट होते हैं, जैसे कर्मचारी वर्ग, प्रबंधक, लेनदार, विनियोजक आदि। व्यवसाय में हिट रखने वाले विभिन्न पक्षों को उनसे संबंधित सूचनाएं उपलब्ध कराना भी लेखांकन का एक उद्देश्य है।
Read it for further knowledge :-
- लेखांकन क्या है ?
- लेखांकन की विशेषताएँ क्या है ?
- लेखांकन के क्या लाभ हैं ?
- लेखांकन के क्या कार्य हैं ?
- उद्देश्य के आधार पर लेखांकन के प्रकार क्या हैं ?
- Golden Rules Of Accounting क्या है ?
- सम्पत्तियाँ क्या होती हैं ?
- पूंजी क्या है ?
- लेनदार (Creditors) और देनदार (Debtors) क्या होते हैं ?
- व्यय क्या है ?
- GOODS किसे कहते हैं ?
- आय तथा आगम किसे कहते हैं
- दायित्व क्या होते हैं ?
- Prepaid Expense क्या होते हैं ?
- Accrued Income क्या है ?
- Good Will किसे कहते हैं ?
- Patent Right क्या है ?
- Mortgage Loan क्या है ?
- Bank Overdraft क्या होता है ?
- लेखांकन विज्ञान है अथवा कला ?
- कर लेखांकन (Tax Accounting) क्या है ?
- सरकारी लेखांकन (Government Accounting) क्या है ?
- सामजिक लेखांकन (Social Accounting) क्या है ?
- मानव संसाधन लेखांकन क्या है ?
- लेखांकन के विभिन्न कदम क्या हैं ?
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