Tuesday, May 8, 2018

लेखांकन के क्या कार्य हैं ? - What are the functions of accounting?

लेखांकन के छः निम्नलिखित कार्य हैं :


  1. लेखात्मक कार्य (Recordative Function) :- लेखांकन का यह आधारभूत कार्य है।  इस कार्य के अंतर्गत व्यवसाय की प्रारम्भिक पुस्तकों में क्रमबद्ध लेखे करना, उनको उपयुक्त खातों में वर्गीकृत करना  अर्थात उसने खाते तैयार करना और तलपट बनाने के कार्य शामिल हैं।  
  2. व्याख्यात्मक कार्य (Interpretative Function):- इस कार्य के अंतर्गत लेखांकन सूचनाओं में हिट रखने वाले लेखांकन पक्षों के लिए वित्तीय विवरण व प्रतिवेदन का विश्लेषण एवं व्याख्या शामिल है।  तृतीय पक्ष एवं प्रबंधकों की दृष्टि से लेखांकन का यह कार्य महत्वपूर्ण माना गया है। 
  3. संप्रेषणात्मक कार्य (Communicating Function):- लेखांकन को व्यवसाय की भाषा खा जाता है।  जिस प्रकार भाषा का मुख्य उद्देश्य सम्प्रेषण के साधन के रूप में कार्य करना है क्योंकि विचारों की अभिव्यक्ति भाषा ही करती है, ठीक उसी प्रकार लेखांकन व्यवसाय की वित्तीय स्तिथि व अन्य सूचनाएं उन सभी पक्षकारों को प्रदान करता है जिनके लिए ये आवश्यक हैं। 
  4. वैधानिक आवश्यकतों की पूर्ति करना (Meeting Legal Needs):- विभिन्न कानूनों जैसे - कंपनी अधिनियम, बिक्री कर अधिनियम, आदि द्वारा विब्भिन्न प्रकार के विवरणों को जमा करने पर बल दिया जाता है।  जैसे - वार्षिक खाते, आयकर रिटर्न, बिक्री कर रिटर्न आदि ये सभी जमा किये जा सकते हैं यदि लेखांकन ठीक से रखा जाए। 
  5. व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना (Protecting Business Assets):- लेखांकन का एक महत्वपूर्ण कार्य व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना है।  यह तभी संभव है, जबकि विब्भिन्न सम्पत्तियों का उचित लेखा रखा जाए।  
  6. निर्णय लेने में सहायता करना (Facilitating Decision Making):- लेखांकन महत्वपूर्ण आंकड़ें उपलब्ध कराता है जिससे निर्णयन कार्य में सुविधा होती है। 

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Location: Faridabad, Haryana, India

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