पूंजी को दो निम्न भागों में विभाजित किया जाता है :-
- स्थिर पूंजी(Fixed Capital) :- सम्पत्तिओं को प्राप्त करने के लिए जो धनराशि लगायी जाती है, वह स्थिर पूंजी कहलाती है, जैसे - मशीनरी तथा संयंत्र का क्रय, भूमि तथा भवन का क्रय।
- कार्यशील पूंजी (Working Capital) :- पूंजी का वह भाग जो व्यवसाय के दैनिक कार्यों के लिए इस्तेमाल होता है, कार्यशील पूंजी कहलाता है।
कार्यशील पूंजी = चालु सम्पत्तियाँ - चालु दायित्व
Read it for further knowledge :-
- लेखांकन क्या है ?
- लेखांकन की विशेषताएँ क्या है ?
- लेखांकन के क्या लाभ हैं ?
- लेखांकन के क्या कार्य हैं ?
- लेखांकन के उद्देश्य क्या हैं ?
- उद्देश्य के आधार पर लेखांकन के प्रकार क्या हैं ?
- Golden Rules Of Accounting क्या है ?
- सम्पत्तियाँ क्या होती हैं ?
- लेनदार (Creditors) और देनदार (Debtors) क्या होते हैं ?
- व्यय क्या है ?
- GOODS किसे कहते हैं ?
- आय तथा आगम किसे कहते हैं
- दायित्व क्या होते हैं ?
- Prepaid Expense क्या होते हैं ?
- Accrued Income क्या है ?
- Good Will किसे कहते हैं ?
- Patent Right क्या है ?
- Mortgage Loan क्या है ?
- Bank Overdraft क्या होता है ?
- लेखांकन विज्ञान है अथवा कला ?
- कर लेखांकन (Tax Accounting) क्या है ?
- सरकारी लेखांकन (Government Accounting) क्या है ?
- सामजिक लेखांकन (Social Accounting) क्या है ?
- मानव संसाधन लेखांकन क्या है ?
- लेखांकन के विभिन्न कदम क्या हैं ?