अंतिम लेखा लेखांकन का एक मुख्या हिस्सा होता है जिसके अंतर्गत व्यवसाय के लाभ हानि को निर्धारित किया जाता है और व्ययवसाय की वृत्तिय स्थिति को प्रकट किया जाता है।
इसे हम ऐसे भी कह सकते हैं कि लाभ हानि एवं व्यवसाय की स्थिति को जानने के लिए जो लेखा तैयार किया जाता है, उसे Final Account कहते हैं।
एक माह, तीन माह, छः माह एवं एक वर्ष के अंतराह पर तैयार किया जाता है। समान्यतया व्यवसायी लोग एक-एक वर्ष पर यह लेखा तैयार करते हैं।
Final Account तैयार करने के लिए बहुत सारे लेखा को तैयार करना पड़ता है। अंत में लाभ-हानि एवं व्यवसाय की स्थिति को जानने के लिए लेखतेयार किया जाता है। इसलिए इसे अंतिम लेखा कहा जाता है।
Final Account, Trial Balance में दी गयी सूचना के आधार पर बनाया जाता है।
Trial Balance, Ledger में दी गयी सूचनाओं के आधार पर बनाया जाता है और Ledger, Journal में दी गयी सूचनाओं के आधार पर बनाया जाता है।
अतः Final Account के लिए Trial Balance का होना जरुरी है, Trial Balance के लिए Ledger का होना जरुरी है तथा Ledger के लिए Journal का होना जरुरी है।
लेखांकन एक वृक्ष के समान है जिसकी जड़ को Journal कहा जा सकता है, तना एवं शाखाओं को Ledger एवं Trial Balance कहा जाता है तथा शीर्ष भाग को जिसमें फल लगता है उसे Final Account कहना गलत नहीं होगा।
Final Account के अंतर्गत निम्नलिखित तीन Account तैयार किये जाते हैं :-
- Trading Account(व्यापार खाता)
- Profit & Loss Account (लाभ-हानि खाता)
- Balance Sheet (स्तिथि विवरण)
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